नीचे दिये हुये व्यायामों की सहायता से आप अपनी कमर मजबूत और संतुलित बनाकर, सुडौल शरीर की मलिका बन सकती हैं। यदि आप इन व्यायामों को 20-30 मिनट तक नियमित करें और इनमें एरोबिक गतिविधियों को भी शामिल कर लें। जैसे तेज चलना, पहाड़ी पर चढ़ना आदि तो आप अपना मोटापा भी कम कर सकती हैं।
कूल्हे उठाना : पीठ के बल लेटें। पेट और कूल्हे की मांसपेशियां एक साथ सिकोड़ें। ऐसा करते समय अपने कूल्हों को थोड़ा ऊपर उठाएं और पीठ के निचले हिस्से को जमीन से सटाये रखें। इस स्थिति में 5 सेकेंड तक रहें। यही क्रिया 15-20 बार दोहरायें।
पैरों को मोड़कर रखें: एक बेंच पर बैठकर अपने दोनों हाथों से बेंच को पकड़ें | घुटनों को सीने तक उठाएं| पैर जमीं पर न छुआते हुए शरीर को ताने और पेट कि मांसपेशियों को सिकोड़ें यह व्यायाम 15 बार दोहराएं |
पैरों को कैंचीनुमा बनाएं : बेंच के किनारे पर बैठे और अपने दोनों हाथों से (शरीर को संतुलित करने के लिए) बैंच को पकड़े। पैरों को जमीन तक सीधा फैला दें। थोड़ा पीछे झुकें और पेट को अंदर की ओर खींचते हुए दोनों पैरों को कैंचीनुमा चलायें। ऐसा 25 बार करें।
ऐंठते हुए झुकना : एक बेंच पर बैठे। एक हल्की रॉड लें और उसे सिर के पीछे ले जाएं। अपने दोनों हाथों से रॉड के सिरे पकड़ें। झुकें और साथ-ही-साथ पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ें। बहुत ही धीरे-धीरे पहले शरीर को एक ओर मोड़ें (ऐंठे) फिर दूसरी ओर। ऐसा 25 बार करें।
पैरों को स्टूल पर रखें : पीठ के बल जमीन पर लेटें और अपने दोनों घुटनों को सिकोड़ते हुए पैरों को स्टूल (बेंच) पर रखें, । कूल्हे की मांसपेशियों को विधि नं० 2 की तरह सिकोड़े और शरीर के ऊपरी भाग को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं ताकि कंधे जमीन से ऊपर उठ जाएँ। फिर पुनः पूर्व स्थिति में आयें। यही क्रिया 25 बार दोहरायें।
झुकाव द्वारा लचक : पीठ के बल जमीन पर लेटें। अपने दोनों हाथों को सिर के नीचे रखकर, अपने दोनों घुटनों को एक ओर झुकायें। शरीर के ऊपरी भाग को 25 बार ऊपर (छत की ओर) उठाने की कोशिश करें। ऐसा ही दूसरी ओर घुटने झुकाकर करें।
पूष्ठ भाग को ऊपर तानें : मुंह के बल लेटें। अपने दोनों हाथों को बांधते हुए सिर के पीछे रखें। ठोड़ी को गर्दन से सटाते हुए शरीर के ऊपरी भाग को तीन इंच जमीन से ऊपर उठाएँ। इसी अवस्था में 5 सेकेंड तक रहें। 15 से 25 बार पीठ की मांसपेशियों के लिए ऐसा करें और व्यायाम समाप्त होने पर पेट की मांसपेशियों को ढीला छोड़ दें।